Mother’s Day 2024: अपनी माता के प्रति प्रेम, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। भारत समेत दुनिया के कई देशों में मदर्स डे मनाया जाता है, आइए जानते हैं मातृत्व दिवस मनाने के पिछे क्या कारण है।
भारत समेत दुनिया के कई देशों में मदर्स डे मनाया जाता है, हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इस बार भारत में 12 मई को मदर्स-डे मनाया जाएगा। माता केवल बच्चे को जन्म ही नहीं देती है, बल्कि उनका पालन-पोषण करने के साथ जीवन हर उतार चढ़ाव में अपने बच्चों का मार्गदर्शन भी करती है। इसी कारण इस दिन को मातृत्व दिवस यानी मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि मातृत्व दिवस कब और क्यों मनाया जाता है।
इस संसार में मां के अलावा अलावा ऐसा कोई सुख नहीं होगा, जो मां के पास नहीं है। मां के लिए पुत्र जितना भी करे वह कम ही है। क्योंकि मां की बराबरी इस दुनिया में कोई नहीं कर सकता है। किसी विद्वान ने सच ही कहा था कि भगवान सभी जगह नहीं पहुंच सकते, इसलिए ब्रह्मा जी ने मां को बनाया। मां ही ब्रह्मा, मां ही विष्णु, और मां ही शक्ति है। मदर्स-डे के दिन बच्चे अपनी मां को बधाई देते हैं।
मदर्स डे का इतिहास
मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिकन महिला एना जॉर्विस ने सबसे पहले की थी। लेकिन, मातृत्व दिवस को मनाने की शुरुआत औपचारिक रूप से 9 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने की थी। उस समय अमेरिकी संसद में कानून पास करके हर साल मई के महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया था। उसी समय से अमेरिका, यूरोप और भारत सहित कई देशों में मई के महीने के दूसरे संडे को मदर्स डे मनाया जाने लगा।