Farming: जालोर का कश्मीर कहां जाने वाले बड़गांव में इन दिनों मीठा मेवा यानी खजूर के पेड़ लद चुके 

Farming: इस राज्य में खजूर से किसानों की बदल गई किस्मत, इस तरह कर रहे खेती। जालोर का कश्मीर कहां जाने वाले बड़गांव में इन दिनों मीठा मेवा यानी खजूर के पेड़ लद चुके। जालोर जिले के गुजरात बोर्डर पर इन दिनों खजूर के पेड़ फलों से लद चुके हैं। इस साल खजूर के पेड़ पर अधिक फल आए हैं। फसल अच्छी होने से किसानों के चहरे पर मुस्कान नजर आ रही है। 

Farming
Farming

खजूर के पेड़ की आयु 80 साल तक होती है। राजस्थान के पश्चिमी भाग पर रेतिली मिट्टी में इसकी पैदावार अधिक होती है। अगर आप खजूर की खेती करने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके लिए जल निकासी की व्यवस्था अच्छी तरह से कर लें।

राजस्थान एक रेगिस्तानी राज्य है। लोगों को लगता है कि यहां पर सिर्फ बालू ही बालू है और किसी भी फसल की खेती नहीं होती है। लेकिन ऐसी बात नहीं है। राजस्थान में किसान जीरा, गेहूं, मक्का, बाजरा, सरसों और टमाटर सहित हरी सब्जियों की भी जमकर खेती करते हैं। लेकिन अब राजस्थान के किसान विदेशी फसलों की भी खेती करने लगे हैं, जिससे किसानों की अच्छी कमाई हो रही है।  खास कर जालोर जिले में किसानों ने अरब देशों का मशहूर फ्रूट खजूर की खेती शुरू कर दी है।  जिले में कई किसानों के पास खजूर के बाग लहलहा रहे हैं।

यहां पढ़ें :- तड़तड़ाते हुए पेश Hyundai Creta new black matte alpha edition: का ये धांसू वर्जन 

पहले जालोर जिला टमाटर और ईसबगोल की फार्मिंग के लिए जाना जाता था। लेकिन अब यहां के किसानों की पहली पसंद खजूर की खेती हो गई है। जानकारों का कहना है कि अरब देशों औऱ राजस्थान की मिट्टी और मौसम समान होने की चलते किसान टिश्यू कल्चर से खजूर की खेती कर रहे हैं।  जिले का नादिया, वाटेरा, बड़गांव, रानीवाड़ा, दाता और मोरसीम सहित कई गांवों में किसान खजूर की फार्मिंग कर रहे हैं।

Farming 80 साल होती है खजूर के पेड़ की उम्र

खजूर के पेड़ की उम्र 80 साल के करीब होती है। रेतीली मिट्टी पर इसकी पैदावार बढ़ जाती है। अगर आप खजूर की खेती करने का प्लान बना रहे हैं, तो सबसे पहले खेत में जलनिकासी की अच्छी तरह से व्यवस्था कर लें। यदि खेत में जलभराव हो गया तो पैदावार प्रभावित हो सकती है। वहीं, खजूर के पौधे एक- एक मीटर की दूरी पर ही रोपें, रोपाई करने से पहले गड्ढे खोद लें और गड्ढे में खाद में रूप में गोबर दाल दें।

यहां पढ़ें :- राजस्थान के कड़वे फल केर की बढ़ती वैश्विक मांग: किसानों के लिए वरदान और खाने के शौकीनों के लिए खुशी

आप एक पेड़ से 100 किलो तक खजूर तोड़ सकते हैं

एक एकड़ में 70 के करीब खजूर के पौधों की रोपाई की जा सकती है। रोपाई करने के 3 साल बाद इसके पेड़ों पर फल आने शुरू हो जाते हैं। कुछ सालों के बाद आप एक पेड़ से 100 किलो तक खजूर तोड़ सकते हैं। अभी मार्केट में खजूर 300 रुपये से लेकर 800 रुपये किलो है। इस तरह 7000 किलो खजूर बेचकर लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं।

Leave a comment